हे श्रीरामा, हे श्रीरामा
एक आस मज एक विसावा
एकवार तरी राम दिसावा, राम दिसावा
मनात सलते जुनी आठवण
दिसतो नयना मरता श्रावण
पिता तयाचा दुबळा ब्राम्हण
शाप तयाचा पाश होऊनी आवळितो जीवा
पुत्रसौख्य या नाही भाळी
परि शेवटच्या अवघड वेळी
राममूर्ति मज दिसो सावळी
पुत्र नव्हे तो अंश विष्णूचा वरदाता व्हावा
मुकुट शिरावर कटि पीतांबर
वीर वेष तो शाम मनोहर
सवे जानकी सेवातत्पर
मेघःशामा, हे श्रीरामा, रूप मला दावा
गीत | - | ग. दि. माडगूळकर |
संगीत | - | वसंत देसाई |
स्वर | - | आशा भोसले |
चित्रपट | - | मोलकरीण (१९६३) |
राग | - | तोडी |